परिचय(Introduction)- स्टॉक मार्केट क्या है!-what is stock market
what is stock market- स्टॉक मार्केट एक वित्तीय बाजार है जो कंपनियों के शेयरों के खरीद-बिक्री का केंद्र है। यह एक व्यापक और प्रभावशाली वित्तीय विकल्प है जो निवेशकों को विभिन्न निवेश संभावनाओं को विचार करने का मौका देता है। स्टॉक मार्केट के माध्यम से, निवेशक अपनी निवेश रणनीति के अनुसार धन को कंपनियों और सेक्टरों में निवेश कर सकते हैं, जिससे वे लाभ कमा सकते हैं।
स्टॉक मार्केट का कारोबार विभिन्न प्लेटफॉर्मों के माध्यम से होता है, जैसे कि बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE), नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और अमेरिकी स्टॉक मार्केट (NYSE)। निवेशक इन प्लेटफॉर्मों के माध्यम से शेयरों को खरीद और बेच सकते हैं। स्टॉक मार्केट के जरिए निवेश करने के लिए निवेशकों को विभिन्न तकनीकी और तार्किक ज्ञान की आवश्यकता होती है।
स्टॉक मार्केट के महत्व को समझने के लिए, हमें इसके लाभों और चुनौतियों की समझ होनी चाहिए। स्टॉक मार्केट में निवेश करने के कई लाभ होते हैं। पहले तो, यह एक शानदार उपाय है अतिरिक्त आय प्राप्त करने का। दूसरे, यह निवेशकों को उत्तरदायित्वी बनाता है और उन्हें वित्तीय स्वतंत्रता प्रदान करता है। तीसरे, यह निवेशकों को आय की वृद्धि के माध्यम से धन की बचत का मार्ग प्रदान करता है।
स्टॉक मार्केट के साथ साथ, कई चुनौतियां भी होती हैं। एक बाजार की अस्थिरता के कारण, निवेशकों को हमेशा सतर्क रहना चाहिए। निवेश की गलत फैसले काफी नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसके अलावा, निवेश करने की नौबत भी आती है, और यह बहुत ही महत्वपूर्ण है कि निवेशक विचारपूर्वक और ध्यानपूर्वक निर्णय लें।
स्टॉक मार्केट में निवेश करने के लिए, निवेशकों को अपने लक्ष्यों को स्पष्ट करना चाहिए और अपनी निवेश रणनीति को ध्यान में रखना चाहिए। साथ ही, उन्हें रिस्क और रिवार्ड को भी समझना चाहिए और निवेश का सही समय चुनना भी महत्वपूर्ण होता है।
संपूर्ण, स्टॉक मार्केट निवेशकों को अद्वितीय निवेश अवसर प्रदान करता है, लेकिन इसके साथ ही, यह उन्हें अपने निवेश के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए धीरज से और सावधानीपूर्वक निर्णय लेने की आवश्यकता होती है।
स्टॉक मार्केट की प्रकार (Overview of Stock Market)
स्टॉक मार्केट के विभिन्न प्रकार विश्लेषित रूप से विभाजित होते हैं, जिनमें निम्नलिखित हैं:
- नियतित स्टॉक मार्केट (Organized Stock Market): यह स्टॉक मार्केट विशेष कंपनियों के शेयरों के खरीद-बिक्री का केंद्र है। इसमें प्रमुखत: बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE), नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) आदि शामिल हैं। यहां नियमित और संगठित तरीके से शेयरों का कारोबार होता है।
- अनुभागीय स्टॉक मार्केट (Unorganized Stock Market): यह स्टॉक मार्केट छोटी कंपनियों के शेयरों के कारोबार के लिए होता है। इसमें कम कानूनी प्रक्रियाएँ होती हैं और यहां शेयरों का खरीद-बिक्री अधिकतर अध्यक्ष या संबंधित व्यक्तियों के बीच होता है।
- उत्पादक स्टॉक मार्केट (Commodity Stock Market): यहां कृषि उत्पादकों के शेयरों का कारोबार होता है। इसमें कृषि उत्पादों के विभिन्न आयात और निर्यात के लिए शेयरों की खरीद-बिक्री होती है।
स्टॉक मार्केट के लाभ (Benefits of investment in Stock market )
स्टॉक मार्केट में निवेश करने के कई लाभ होते हैं, जिनमें निम्नलिखित शामिल हैं:
• निवेश अवसर (Investment Opportunities): स्टॉक मार्केट निवेशकों को विभिन्न निवेश अवसर प्रदान करता है। यहां वे अपनी वित्तीय संवेदनशीलता और लक्ष्यों के आधार पर अलग-अलग प्रकार के निवेश कर सकते हैं, जैसे कि शेयरों में निवेश, म्यूचुअल फंड्स, और बॉन्ड्स में निवेश। यह निवेशकों को उनकी वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए विभिन्न विकल्प प्रदान करता है।
• लाभांश (Returns): स्टॉक मार्केट में निवेश करने से निवेशकों को निर्धारित अवधि में लाभ प्राप्त होता है। यह लाभ उन्हें उनकी निवेश की मूल्यांकन करने में मदद करता है और उन्हें उनकी वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रेरित करता है। यदि निवेशक ने सही समय पर और सही निवेश की रणनीति के साथ निवेश किया है, तो उन्हें अधिक लाभ प्राप्त हो सकता है।
• वित्तीय उपयोगिता (Financial Utility): स्टॉक मार्केट निवेशकों को उनके वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करता है। यहां निवेशक अपने पैसे को विभिन्न वित्तीय उपकरणों में निवेश करके अच्छी आय प्राप्त कर सकते हैं। स्टॉक मार्केट में निवेश करने से वे अपने वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने में सक्षम होते हैं, जैसे कि वित्तीय स्वतंत्रता, धन की बचत, और निरंतर आय प्राप्ति। इसके अलावा, निवेश करने से उन्हें वित्तीय शिक्षा और अनुभव प्राप्त होता है, जो उन्हें अधिक संवेदनशील और वित्तीय सुरक्षित महसूस कराता है।
निवेश कैसे करें (How to Invest)
निवेश करने के लिए निम्नलिखित तरीके हो सकते हैं:
शेयरों में निवेश (Investing in Stocks)
स्टॉक मार्केट में निवेश करने का सबसे सामान्य तरीका है शेयरों में निवेश करना। इसके माध्यम से निवेशक किसी कंपनी के हिस्सेदार बनकर उसके लाभांश का हिस्सा बनते हैं। यह एक प्रतिस्पर्धी और लाभकारी तरीका है जिसमें निवेशक कंपनी के उत्पादन, बिक्री, और लाभ के अनुभव का हिस्सा बनते हैं।
शेयरों में निवेश के लिए निवेशकों को एक अच्छा ब्रोकर फर्म का सहारा लेना चाहिए। ब्रोकर फर्में निवेशकों को शेयर खरीदने और बेचने में मदद करती हैं और उन्हें बाजार की स्थिति, कंपनी के विवरण, और निवेश के लिए सही समय के बारे में सलाह प्रदान करती हैं।
उदाहरण के रूप में, एक निवेशक ने Tata Motors Ltd जैसी कंपनी में निवेश किया। Tata Motors Ltd भारतीय औटोमोबाइल कंपनी है जो विभिन्न प्रकार की वाहन तैयार करती है। यह कंपनी अपने विस्तृत उत्पाद पोर्टफोलियो और उत्कृष्ट विपणन नेटवर्क के माध्यम से विश्वभर में प्रसिद्ध है। निवेशक ने इस कंपनी में निवेश करके उसके विकास और मार्गदर्शन में शामिल होने का लाभ उठाया।
यदि आज Tata Motors के शेयर की कीमत 1000 रुपये है और कंपनी में अच्छी वृद्धि के कारण शेयर कीमत 3 महीने में 1200 रुपये पर पहुंच जाती है, तो एक निवेशक को कैसे लाभ हो सकता है, इसका एक उदाहरण देखते हैं।
यदि निवेशक ने शेयर कीमत 1000 रुपये पर खरीदी और उसके बाद शेयर की कीमत 1200 रुपये हो गई, तो उसका लाभ 200 रुपये होगा। यदि उसने 1000 शेयर खरीदे हैं, तो उसका कुल लाभ 200 × 1000 = 2,00,000 रुपये होगा। इस प्रकार, वह 2,00,000 रुपये का लाभ कमा सकता है।
इसके अलावा, निवेश करते समय निवेशकों को फंडामेंटल और तकनीकी विश्लेषण का भी सहारा लेना चाहिए। फंडामेंटल विश्लेषण में, निवेशक कंपनी के वित्तीय स्वास्थ्य, उत्पाद पोर्टफोलियो, प्रबंधन की गुणवत्ता, और उच्चतम और निम्नतम कीमतों को ध्यान में रखते हुए निवेश का निर्णय लेते हैं। तकनीकी विश्लेषण में, उन्हें मूल्य चार्ट्स, गतिशीलता इंडिकेटर्स, और अन्य तकनीकी पैरामीटर्स का उपयोग करके शेयर की कीमतों के पूर्वानुमान करने में मदद मिलती है।
म्यूचुअल फंड्स (Mutual Funds)
म्यूचुअल फंड्स में निवेश करके निवेशक कई अलग-अलग कंपनियों के शेयरों में निवेश करते हैं। यह निवेशकों को विभिन्न कंपनियों के उत्पादन और प्रदर्शन के लिए एकीकृत निवेश का लाभ प्रदान करता है और निवेशकों के लिए वित्तीय विविधिता प्रदान करता है।
म्यूचुअल फंड्स में निवेश करने के लिए, निवेशकों को पहले एक म्यूचुअल फंड का चयन करना होगा। यहां, निवेशकों को अपने निवेश की लक्ष्य, अवधि, और वित्तीय लक्ष्य के आधार पर सही फंड का चयन करना होगा।
निवेश करने के लिए, निवेशकों को एक ब्रोकर फर्म के साथ खाता खोलना होगा। इसके बाद, वे निवेश के लिए निर्दिष्ट रकम जमा करते हैं, जो फंड की नेविगेशनल नेट एसेट वैल्यू (NAV) के हिसाब से निर्धारित होती है।
निवेशक अपने निवेश के लिए निर्दिष्ट म्यूचुअल फंड के लिए निवेश करते हैं, जिसमें उनका निवेश फंड मैनेजर द्वारा कंपनियों के शेयरों में किया जाता है। फंड मैनेजर पूर्णत: शेयरों का प्रबंधन करता है और निवेशकों के लाभ की सुनिश्चिति करता है।
इस तरह, म्यूचुअल फंड्स निवेशकों को अलग-अलग कंपनियों के शेयरों में निवेश करने का एक अच्छा विकल्प प्रदान करते हैं, जिससे उन्हें वित्तीय विविधिता का लाभ मिलता है।
डेबेंचर और बॉन्ड्स (Debentures and Bonds)
यह एक अन्य विकल्प है जिसमें निवेशक किसी कंपनी या सरकार से ऋण लेते हैं और उसके बदले में ब्याज प्राप्त करते हैं। यह निवेशकों को निर्धारित अवधि के लिए निश्चित राशि की वार्षिक या मासिक आय प्राप्त करने का एक सुरक्षित तरीका है।
निवेश की रणनीति (Investment Strategy)
निवेश की रणनीति बनाने के लिए निम्नलिखित तरीके हो सकते हैं:
लक्ष्य तय करें (Set Goals)
निवेश करते समय, निवेशकों को अपने लक्ष्यों को स्पष्ट करना चाहिए। यह लक्ष्य उनकी निवेश सामग्री और समय सीमा को निर्धारित करता है और निवेशकों को उनके निवेश की सफलता को मापने में मदद करता है।
एक उदाहरण के रूप में, यदि कोई व्यक्ति अपने बच्चों के शिक्षा या विवाह के लिए निवेश करने का लक्ष्य रखता है, तो उसे इसकी समय सीमा और आवश्यक धन की गणना करनी चाहिए। उदाहरण के लिए, उसका लक्ष्य हो सकता है कि वह अपने बेटे की उच्च शिक्षा के लिए 10 वर्ष में 10 लाख रुपये निवेश करना चाहता है।
दूसरे उदाहरण के रूप में, एक युवा व्यक्ति जो अपने पेंशन के लिए निवेश करना चाहता है, उसका लक्ष्य हो सकता है कि वह 25 वर्षों में 1 करोड़ रुपये का पेंशन फंड बनाना चाहता है।
तीसरे उदाहरण के रूप में, एक व्यापारी जो अपने व्यवसाय को बढ़ाने के लिए निवेश करना चाहता है, उसका लक्ष्य हो सकता है कि वह अपने व्यवसाय के लिए 3 साल में 50 लाख रुपये का निवेश करे।
इस तरह, लक्ष्य तय करने से निवेशक अपने निवेश को जीतने के लिए समय सीमा के साथ संगठित करता है और उसके लिए आवश्यक धन की गणना करता है। यह भविष्य में निवेश की सफलता को मापने में मदद करता है और निवेशकों को उनके लक्ष्यों की प्राप्ति की दिशा में अग्रसर रहने में मदद करता है।
रिस्क और रिवार्ड (Risk and Reward)
निवेश करते समय, निवेशकों को ध्यान देना चाहिए कि कितना रिस्क वह उठा सकते हैं और उसके बाद वह कितना लाभ प्राप्त कर सकते हैं। ध्यान दें कि अधिक रिस्क उठाने वाले निवेशकों को अधिक प्रतिफल प्राप्त हो सकता है, लेकिन यह उनके पुनर्प्राप्ति पर भी अधिक प्रभाव डाल सकता है।
उच्च रिस्क और उच्च लाभ की उदाहरण के रूप में, यदि किसी निवेशक ने नए और विकसित व्यवसाय को समर्थित किया है, तो उसके लिए अधिक रिस्क हो सकता है, लेकिन अगर व्यवसाय सफल होता है, तो उसके लाभ भी बड़े हो सकते हैं।
उसी प्रकार, कम रिस्क और कम लाभ के उदाहरण के रूप में, यदि किसी निवेशक ने किसी स्थिर बैंक डिपॉजिट में निवेश किया है, तो उसके लिए रिस्क कम होगा, लेकिन उसके लाभ भी कम होंगे।
इस प्रकार, निवेशकों को अपने वित्तीय लक्ष्यों और रिस्क उठाने की क्षमता के आधार पर अपने निवेश का चयन करना चाहिए।
निवेश का समय (Timing the Investment)
निवेश करने का सही समय चुनना भी महत्वपूर्ण है। निवेशकों को बाजार के अवसरों का समय से समय पर सही उपयोग करना चाहिए।
उच्च और निम्न स्तरों पर निवेश के लिए बाजार के संदर्भों को ध्यान में रखना जरूरी है। अक्सर निवेशकों को सही समय पर निवेश करने में समस्या होती है, क्योंकि वे बाजार के स्वाभाविक प्रवाहों का पूर्वानुमान करने में असमर्थ हो सकते हैं।
उदाहरण के लिए, अगर कोई निवेशक ने किसी कंपनी के शेयर की कीमत को गिरते हुए देखकर निवेश किया होता, तो वह शेयर को सस्ता मिल सकता था।
वैसे ही, अगर किसी कंपनी के उत्पादों की मांग बढ़ रही हो और उसका शेयर मूल्य ऊपर जा रहा हो, तो निवेशक उस समय पर निवेश करके अच्छा लाभ कमा सकता है।
इसलिए, निवेशकों को अपने निवेश का समय चुनते समय बाजार की स्थिति, अनुसंधान, और विश्वसनीय स्रोतों के अनुसार निर्णय लेना चाहिए।
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निवेश के लाभ
निवेश करने के कई लाभ होते हैं, जैसे कि:
- आय की वृद्धि: निवेश आपको आय की वृद्धि का अवसर प्रदान करता है। ध्यान दें कि सही निवेश करने से आपका पूंजी बढ़ सकता है, जिससे आपकी आय भी बढ़ती है।
- धन की बचत: निवेश करने से आप अपने धन को बचा सकते हैं और अपनी आर्थिक सुरक्षा की दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं।
- निरंतर आय प्राप्ति: निवेश के माध्यम से आप निरंतर आय प्राप्त कर सकते हैं, जिससे आपकी आर्थिक स्थिति सुधार सकती है। यह आपको भविष्य के लिए आर्थिक सुरक्षा प्रदान करता है
निवेश के चुनौतियां
निवेश करते समय कई और चुनौतियां भी हो सकती हैं, जैसे कि:
- अनियमितता और अस्थिरता: बाजार की अनियमितता और अस्थिरता निवेशकों के लिए अभिन्न चुनौती हो सकती है। कई बार बाजार में उतार-चढ़ाव होते रहते हैं जिससे निवेशकों को वित्तीय नुकसान हो सकता है।
- बजट के प्रति अनवरत निरीक्षण: निवेशकों को अपने बजट और निवेश स्ट्रैटेजी पर निरंतर नज़र रखना होता है। बजट के अधीन रहकर वित्तीय निर्णय लेना और निवेश स्ट्रैटेजी को समय-समय पर समीक्षा करना निवेशकों के लिए मुश्किल हो सकता है।
- वित्तीय विविधता का प्रबंधन: सही निवेश का चयन करने के लिए निवेशकों को वित्तीय विविधता का प्रबंधन करना पड़ता है। विभिन्न निवेश विकल्पों की अधिकता के बीच चयन करना और उन्हें सही रिस्क और लाभ की अनुमति देना निवेशकों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
संपर्क और सलाह
निवेश करते समय, सलाहकार से संपर्क करना और उनकी सलाह लेना भी महत्वपूर्ण है।
निवेशकों को वित्तीय नियोजन, निवेश की रणनीति, और निवेश प्रोफाइल के बारे में विशेषज्ञ सलाहकार से निवेश के पूर्व-निधारण करने की अनुभवी सलाह लेनी चाहिए।
सलाहकारों की सलाह से, निवेशक अपनी वित्तीय लक्ष्यों को साधने के लिए सही निवेश के चयन में मदद प्राप्त कर सकते हैं और वित्तीय स्वतंत्रता को प्राप्त कर सकते हैं।
सलाहकार से संपर्क करने से पहले, निवेशकों को अपने निवेश के लक्ष्य, बजट, और वित्तीय स्थिति के बारे में सोचना चाहिए ताकि सलाहकार सही सलाह दे सकें।
निष्कर्षण (Conclusion)
स्टॉक मार्केट के परिचय और निवेश के तरीकों का ज्ञान रखना निवेशकों को वित्तीय स्वतंत्रता प्राप्त करने में मदद करता है। इससे उन्हें वित्तीय लक्ष्यों को साधने का अच्छा तरीका मिलता है और उन्हें साक्षम निवेशक बनाता है। अगर निवेशक सही निवेश के चयन और उचित रणनीति के साथ काम करते हैं, तो उन्हें अच्छी तरह से लाभान्वित होने की संभावना होती है।
आशा है कि यह लंबा ब्लॉग पोस्ट आपको स्टॉक मार्केट के परिचय और निवेश के तरीकों का एक स्पष्ट और संपूर्ण ज्ञान प्रदान करेगा। निवेश का यह काम जोखिमपूर्ण होता है, और निवेश करते समय सावधानी बरतनी चाहिए। ध्यान दें कि सही जानकारी और समय समझाने से, निवेशक स्वयं को सुरक्षित और लाभान्वित कर सकते हैं।
FAQ- Frequent Asked Questions.
- स्टॉक मार्केट क्या है?
- What is the stock market? स्टॉक मार्केट एक वित्तीय बाजार है जहाँ कंपनियों के शेयरों का खरीद-बिक्री होता है।
- शेयर क्या होते हैं?
- What are shares? शेयर एक कंपनी के स्वामित्व के छोटे हिस्से होते हैं जो निवेशकों द्वारा खरीदे और बेचे जा सकते हैं।
- बीएसई और एनएसई क्या हैं?
- स्टॉक मार्केट में निवेश कैसे करें?
- How to invest in the stock market? स्टॉक मार्केट में निवेश के लिए आपको एक ब्रोकर के माध्यम से डीमैट और ट्रेडिंग खाता खोलना पड़ता है।
- डीमैट अकाउंट क्या होता है?
- What is a Demat account? डीमैट अकाउंट वह खाता होता है जिसमें शेयरों और सिक्योरिटीज को डिजिटल रूप में रखा जाता है।
- ब्रोकर कौन होते हैं?
- Who are brokers? ब्रोकर वे लाइसेंस प्राप्त व्यक्ति या कंपनियां होती हैं जो खरीदार और विक्रेता के बीच शेयरों की खरीद-बिक्री में मध्यस्थता करते हैं।
- म्यूचुअल फंड्स क्या होते हैं?
- What are mutual funds? म्यूचुअल फंड्स वे निवेश योजनाएं होती हैं जो विभिन्न प्रकार के सिक्योरिटीज में निवेश करती हैं और उससे आय प्राप्त करने का प्रयास करती हैं।
- इक्विटी और डेट फंड्स में क्या अंतर है?
- What is the difference between equity and debt funds? इक्विटी फंड्स शेयरों में निवेश करते हैं जबकि डेट फंड्स बॉन्ड्स और अन्य ऋण संबंधी सिक्योरिटीज में निवेश करते हैं।
- स्टॉक मार्केट में निवेश के जोखिम क्या हैं?
- What are the risks of investing in the stock market? स्टॉक मार्केट में निवेश के जोखिम में बाजार की अस्थिरता, कंपनी के प्रदर्शन में गिरावट और आर्थिक परिवर्तन शामिल हैं।
- लॉन्ग टर्म वर्सेज शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट में क्या फर्क है?
- What is the difference between long-term and short-term investment? लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट में संपत्ति को लंबे समय तक रखा जाता है जबकि शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट में त्वरित लाभ के लिए संपत्ति को कम समय में बेचा जाता है।
- स्टॉक मार्केट के फायदे क्या हैं?
- What are the advantages of the stock market? स्टॉक मार्केट के फायदे में अच्छी रिटर्न्स की संभावना, वित्तीय लचीलापन और निवेश विकल्पों की विविधता शामिल हैं।
- स्टॉक मार्केट में कैसे सफल हो सकते हैं?
- How can one be successful in the stock market? स्टॉक मार्केट में सफलता के लिए अच्छी शोध करनी चाहिए, जोखिम प्रबंधन करना चाहिए और धैर्य रखना चाहिए।
- डिविडेंड क्या होता है?
- What is a dividend? डिविडेंड वह राशि होती है जो कंपनियाँ अपने शेयरधारकों को अपने मुनाफे का हिस्सा के रूप में देती हैं।
- पोर्टफोलियो क्या होता है?
- What is a portfolio? पोर्टफोलियो वह समूह होता है जिसमें एक निवेशक के सभी शेयर्स और अन्य निवेश शामिल होते हैं।
- स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग में क्या अंतर है?
- What is the difference between trading and investing in the stock market? ट्रेडिंग अल्पकालिक खरीद और बिक्री होती है जबकि इन्वेस्टिंग में दीर्घकालिक होल्डिंग और वेल्थ क्रिएशन शामिल है।
- टेक्निकल और फंडामेंटल एनालिसिस में क्या अंतर है?
- What is the difference between technical and fundamental analysis? टेक्निकल एनालिसिस में मार्केट डेटा और प्राइस चार्ट्स का अध्ययन होता है जबकि फंडामेंटल एनालिसिस में कंपनी के वित्तीय और आर्थिक कारकों का अध्ययन होता है।
- बुल मार्केट और बियर मार्केट में क्या अंतर है?
- What is the difference between a bull market and a bear market? बुल मार्केट में शेयरों के दाम बढ़ते हैं और बियर मार्केट में शेयरों के दाम गिरते हैं।
- स्टॉप लॉस क्या होता है?
- What is a stop loss? स्टॉप लॉस एक आदेश होता है जो निवेशकों को अधिक नुकसान से बचाने के लिए निर्धारित कीमत पर शेयर बेचने का निर्देश देता है।
- मार्केट कैप क्या होता है?
- What is market capitalization? मार्केट कैप वह मूल्य होता है जो कंपनी के कुल उपलब्ध शेयरों की कीमत को उनके वर्तमान मार्केट प्राइस से गुणा करके निकाला जाता है।
- डिविडेंड यील्ड क्या होती है?
- What is dividend yield? डिविडेंड यील्ड वह प्रतिशत होती है जो कंपनी के द्वारा दिए गए डिविडेंड को उसके शेयर की कीमत से विभाजित करके निकाली जाती है।
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